हरकाली व्रत | Harkali Vrat

भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरकाली व्रत किया जाता है। जो स्त्री अथवा पुरुष यह व्रत करता है, वह आरोग्य, दीर्घायु, सौभाग्य, पुत्र, पौत्र, धन, बल, ऐश्वर्य आदि प्राप्त करता है और संसार का सुख भोगकर शिवलोक प्राप्त करता है। जो भी स्त्री भक्तिपूर्वक यह हरकाली- व्रत करती है और रात्रि के समय गीत-वाद्य-नृत्य से जागरण कर उत्सव मनाती है, वह अपने पति की अति प्रिय होती है।

व्रत विधि

‘हे हरकाली देवि! मैंने भक्तिपूर्वक आपकी पूजा की है, हे गौरी! आप पुन: आगमन के लिये इस समय देवलोक को प्रस्थान करें।’

व्रत कथा:-

॥ इति हरकाली व्रत ॥